
रांची। झारखंड में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर सियासत गरमा गई है। भाजपा और झामुमो इस मसले पर आमने-सामने हैं। झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे मुद्दों की तलाश में रांची में सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन उनकी बयानबाजी से जनता गुमराह हो रही है।भट्टाचार्य ने कहा कि एचईसी इलाके से अतिक्रमण हटाने का फैसला राज्य सरकार का नहीं है। यह आदेश भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय और साउथ ईस्टर्न रेलवे के निर्देश पर जारी हुआ है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब कार्रवाई केंद्र सरकार के आदेश पर हुई है, तो बाबूलाल मरांडी ने भारी उद्योग मंत्रालय या रेलवे को पत्र क्यों नहीं लिखा।झामुमो प्रवक्ता ने भाजपा को असली अतिक्रमणकारी बताते हुए कहा कि पार्टी हमेशा कॉरपोरेट घरानों के हित में खड़ी रहती है और आम लोगों की समस्याओं को नज़रअंदाज़ करती है। उन्होंने कहा कि जेएमएम सरकार ने विस्थापन आयोग का गठन किया है और प्रभावितों की पीड़ा को समझने की कोशिश की है, जबकि भाजपा केवल अपने राजनीतिक एजेंडे को साधने में जुटी रहती है। मरांडी द्वारा मुख्यमंत्री आवास घेरने की घोषणा पर भी भट्टाचार्य ने तंज कसा। उन्होंने कहा, “पहले एचईसी या डीआरएम ऑफिस घेर कर दिखाइए, जहां सीआईएसएफ और आरपीएफ आपका स्वागत करेंगे। उसके बाद मुख्यमंत्री आवास की बात कीजिए।”भट्टाचार्य ने दोहराया कि झामुमो हमेशा झारखंडी जनता के साथ खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी। उनके अनुसार विस्थापन और अतिक्रमण की असली जिम्मेदार भाजपा है, जबकि जेएमएम सरकार लगातार राज्य के लोगों के हितों की रक्षा में जुटी हुई है।