
गिरिडीह। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रामनिवास यादव की अध्यक्षता में सोमवार को उनके कार्यालय कक्ष में अनटाइड फंड, विशेष केंद्रीय सहायता और जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) से संबंधित योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
बैठक में उपायुक्त ने डीएमएफटी मद से संचालित योजनाओं की अद्यतन प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी निर्माणाधीन कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से और तय समय सीमा के भीतर पूरा कराया जाए। उपायुक्त ने कहा कि सभी योजनाओं का निरीक्षण जिला स्तर से किया जाएगा, इसलिए कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपायुक्त ने अनटाइड फंड के तहत संचालित योजनाओं की भी क्रमवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी केंद्रों और पुल-पुलिया निर्माण को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने अधिकारियों को पारदर्शिता और तत्परता के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक में उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि डीएमएफटी मद का उपयोग स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल आपूर्ति, स्वच्छता, महिला शिक्षा और कौशल विकास जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खनिज प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए योजनाओं का चयन पारदर्शी तरीके से किया जाए। इसके लिए ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी को भी सुनिश्चित किया जाए ताकि क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचे।
उपायुक्त ने संबंधित विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता बनाए रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि डीएमएफटी की राशि का प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में बेहतर तरीके से उपयोग कर लोगों को अधिकतम लाभ दिया जाए।
इस समीक्षा बैठक में उप विकास आयुक्त, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल 1/2, ग्रामीण कार्य विभाग, योजना विभाग के अधिकारी और अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों को समयबद्ध ढंग से कार्यों को पूरा करने का निर्देश देते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिले के विकास में कोई कमी न रहे, इसके लिए विभागीय समन्वय से योजनाओं का क्रियान्वयन जरूरी है।