
नई दिल्ली: जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद सियासत में हलचल है। उन्होंने हेल्थ ग्राउंड का हवाला देकर इस्तीफा दिया, लेकिन इसके पीछे जस्टिस वर्मा महाभियोग नोटिस विवाद की चर्चा भी है। अब सवाल है कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा?
नीतीश कुमार सबसे चर्चित नाम हैं। बिहार में इस साल चुनाव हैं। भाजपा बिहार में अपना चेहरा चाहती है, जबकि नीतीश के रहते यह मुश्किल है। ऐसे में उन्हें उपराष्ट्रपति बनाए जाने की अटकलें हैं। एक्स पर पत्रकार समीर चौगांवकर ने लिखा, “नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनेंगे, भाजपा बिहार में अपना सीएम फेस लाएगी। जदयू का डिप्टी सीएम नीतीश के बेटे निशांत को बनाया जा सकता है।”
दूसरा बड़ा नाम हरिवंश नारायण सिंह का है। वे जेडीयू सांसद और राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हैं। अब धनखड़ की जगह राज्यसभा में सभापति का दायित्व संभालेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स में उन्हें “अगली स्पष्ट पसंद” बताया जा रहा है। उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार दोनों से अच्छे संबंध हैं। इससे उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
शशि थरूर का नाम भी चर्चा में है। उन्होंने कहा था कि 2024 के बाद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हाल में सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिकी दौरे में उन्हें शामिल किया था। उनकी कांग्रेस से दूरियां और सरकार से नजदीकियां उपराष्ट्रपति पद की संभावनाओं को हवा दे रही हैं। एक्स पर एक वरिष्ठ पत्रकार ने लिखा, “एनडीए के दो मंत्री और शशि थरूर संभावित कैंडिडेट हैं।”
आरिफ मोहम्मद खान, बिहार के राज्यपाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री, का नाम भी रेस में है। उनकी छवि “लिबरल मुस्लिम” नेता की रही है। शाहबानो केस में उनके स्टैंड ने उन्हें अलग पहचान दी। भाजपा नेतृत्व उनके सेक्युलर इमेज और संतुलित व्यक्तित्व को देखते हुए उन्हें भी उपराष्ट्रपति पद पर बैठा सकती है।
अब सबकी नजरें इस पर हैं कि मोदी सरकार इन नामों में से किसे चुनेगी, ताकि संविधान, सेक्युलरिज्म और पॉलिटिकल बैलेंस का संदेश भी जाए और राजनीति में आगे की रणनीति भी मजबूत हो।
उपराष्ट्रपति पद के संभावित नाम:
नीतीश कुमार (सीएम बिहार)
हरिवंश नारायण सिंह (जेडीयू सांसद, डिप्टी चेयरमैन राज्यसभा)
शशि थरूर (कांग्रेस सांसद)
आरिफ मोहम्मद खान (राज्यपाल बिहार)