रांची / साहेबगंज : ईस्टर्न झारखंड चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आतिथ्य में साहेबगंज स्थित उत्सव बैंक्वेट हॉल में झारखंड चैम्बर ऑफ कॉमर्स के 11वीं कार्यकारिणी समिति की बैठक चैम्बर अध्यक्ष परेश गट्टानी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में झारखंड चैम्बर के अध्यक्ष के नेतृत्व में 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया।

बैठक में साहेबगंज के व्यापारियों ने जिले में इंडस्ट्रियल एरिया की आवश्यकता, जिले को मनगढंत रूप से खासमहल कानून थोपे जाने से उत्पन्न परेशानी, बेहतर ट्रेन कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, स्वच्छ जल एवं सफाई व्यवस्था जैसी जमीनी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। जिले के व्यापारियों ने नगर परिषद् साहेबगंज की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए अवगत कराया कि परिषद् द्वारा अवैध रूप से साहेबगंज में प्रवेश करनेवाली ट्रकों पर प्रवेश शुल्क लगाया गया है। ईस्टर्न झारखंड चैम्बर के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने जिला परिषद् साहेबगंज द्वारा कृषि शुल्क उगाही के हालिया आदेश को वापस कराने में झारखंड चैम्बर के प्रभावी हस्तक्षेप की सराहना की। साथ ही जिले के विकास में बाधक नीतियों के निराकरण के लिए झारखण्ड चैम्बर से सहयोग की अपेक्षा जताई।

संथाल परगना क्षेत्र को संभावनाओं का क्षेत्र बताते हुए व्यापारियों ने संथाल परगना क्षेत्र में कृषि आधारित उद्योग, फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, फूड पार्क की स्थापना, स्प्रीचुअल टूरिज्म सर्किट, टेक्सटाइल हब के रूप में विकास, प्लास्टिक उद्योग, मेडिकल और फार्मा इंडस्ट्री की स्थापना, संथाल परगना को इंडस्ट्रियल थ्रस्ट एरिया घोषित करने, साहेबगंज, गोड्डा, पाकुड़ में आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने, एनएच गोविंदपुर-साहेबगंज कॉरिडोर, एनआईसीडीसी-एमएसएमई डेडिकेटेड ज़ोन विकसित करने, सिंगल विंडो सिस्टम को कारगर बनाने, इंडस्ट्री फ्रेंडली नीति लागू करने, निर्बाध विद्युत् की उपलब्धता करने के साथ ही मजबूत विधि-व्यवस्था उपलब्ध कराने की आवश्यकता बताई।

चैम्बर अध्यक्ष परेश गट्टानी ने कहा कि झारखण्ड को समृद्ध बनना है तो संथाल परगना को सशक्त बनाना होगा। साहेबगंज में खनिज सम्पदा की प्रचुरता है, पर्यटन की असीम संभावना है, मक्का की खेती बहुतायत होती है, बावजूद इसके जिले में इंडस्ट्रियल एरिया का नहीं होना दुखद है। यह क्षेत्र औद्योगिक इलाका बन सके इसके लिए फेडरेशन द्वारा हर स्तर पर पहल की जाएगी। महासचिव आदित्य मल्होत्रा ने कहा कि खनिज आधारित उद्योग, फूड प्रोसेसिंग एवं टूरिज्म सेक्टर में संथाल परगना को औद्योगिक रूप से विकसित किया जा सकता है, जिससे इस क्षेत्र से श्रमिकों का पलायन भी रोका जा सकेगा। उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान हेतु झारखण्ड चैम्बर के स्तर से हरसंभव कार्रवाई का भरोसा दी । बैठक में चैम्बर अध्यक्ष परेश गट्टानी, महासचिव आदित्य मल्होत्रा, सह सचिव विकास विजयवर्गीय, नवजोत अलंग, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष संजय अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, रमेश कुमार, उदयशंकर दुबे, कार्यकारिणी सदस्य रोहित पोद्दार, संजय अखौरी, मुकेश अग्रवाल, उप समिति चेयरमैन प्रमोद सारस्वत, तेजविंदर सिंह, जिला चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के पदाधिकारियों में अलोक मल्लिक, प्रीतम गाड़िया, प्रमोद कुमार, संजीव खत्री, राजेश अग्रवाल, चेतन भरतिया, रवि केशरी, निरंजन सिंह, मनोज घोष, मो कामरान, अंकित केजरीवाल के अलावा अन्य संगठनों के पदाधिकारी शामिल थे।