
नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्षी इंडिया गठबंधन के साझा उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड़डी के बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से हाल में निजी तौर पर मुलाकात करने को लेकर उनकी आलोचना की जा रही है । भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि यह पाखंड की पराकाष्ठा है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश रेड्डी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह भारत की आत्मा को बचाने के लिए वोट मांग रहे हैं और बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं।
प्रसाद ने कहा कि रेड्डी भारत की आत्मा को बचाने की बात करते हैं और वह ऐसे व्यक्ति से मिल रहे हैं, जो न केवल चारा घोटाले में दोषी हैं, बल्कि उन पर रिश्वत लेकर रेलवे में नौकरी देने सहित भ्रष्टाचार के अन्य आरोप भी हैं।उन्होंने कहा, ‘‘आप उच्चतम न्यायालय के कैसे पूर्व न्यायाधीश हैं? लालू प्रसाद यादव तो चुनाव में मतदाता भी नहीं हैं। कृपया आत्मा बचाने की बात न करें… यह पाखंड की पराकाष्ठा है। हम उनके आचरण की निंदा करते हैं।’’ इन व्यक्तियों ने सोमवार को एक साझा बयान में इस तथ्य का उल्लेख किया है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख श्री यादव बिहार सरकार के 940 करोड़ रुपये के गबन करने के आरोप में दोषी करार हैं। बयान में कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश रह चुके श्री रेड्डी की श्री यादव से निजी भेंट को यह कहकर उचित नहीं ठहराया जा सकता कि यह चुनाव पर परामर्श के लिए थी क्योंकि श्री यादव न तो सांसद हैं और ना ही उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदाता। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि रेड्डी ने यादव से मुलाकात करके एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से अपेक्षित गरिमा से नीचे का काम किया है