
452 सांसदों का मिला समर्थन, प्रतिद्वंद्वि रेड्डी को 300 वोट मिले
नई दिल्ली : एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की। राज्यसभा महासचिव पी.सी. मोदी ने नतीजों की घोषणा करते हुए बताया कि राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 वोट मिले, जबकि विपक्षी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए। इस तरह राधाकृष्णन ने 152 मतों के अंतर से स्पष्ट जीत दर्ज की और वे देश के 15वें उपराष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। इससे पहले वे 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल रह चुके हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान मंगलवार सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चला। इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के कुल 781 सांसदों को मतदान का अधिकार था। निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, इस बार लगभग 98 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के 315 सांसदों ने पूरी संख्या में मतदान किया, जो अब तक का एक अभूतपूर्व उदाहरण है। हालांकि नतीजों में विपक्षी उम्मीदवार को अपेक्षित वोट नहीं मिले।
इस बीच बीआरएस और बीजेडी जैसे दलों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। राज्यसभा में बीआरएस के चार और बीजेडी के सात सांसद हैं। शिरोमणि अकाली दल के इकलौते सांसद ने पंजाब में बाढ़ की स्थिति का हवाला देते हुए वोट डालने से इनकार कर दिया।
यह चुनाव उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद कराया गया। धनखड़ ने 21 जुलाई को खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर अचानक पद छोड़ दिया था, जबकि उनका कार्यकाल 2027 तक शेष था। सी.पी. राधाकृष्णन की यह जीत न केवल एनडीए के लिए सियासी बढ़त मानी जा रही है, बल्कि उन्हें देश की संसदीय राजनीति में नई भूमिका में देखने की तैयारी भी है।